सुमन एक उपवन के , Chapter -9, Class -7, Hindi, SEBA, NCERT, CBSE

सुमन एक उपवन के

सुमन एक उपवन के
अभ्यास-माला

पाठ से (Questions from the Chapter)

1. संक्षेप में उत्तर दो (Answer briefly):
(क) कविता में ‘सुमन’ और ‘उपवन’ किन्हें कहा गया है ?
उत्तर: कविता में ‘सुमन’ (फूल) मनुष्यों को और ‘उपवन’ (बाग) संसार/देश को कहा गया है।

(ख) फूलों की कलियाँ किससे खिलती हैं ?
उत्तर: फूलों की कलियाँ सूरज की किरणों से खिलती हैं।

(ग) भ्रमरों के गुंजन कैसे लगते हैं ?
उत्तर: भ्रमरों के गुंजन मधुर और मीठे स्वर वाले लगते हैं।

(घ) कवि के अनुसार हमारा माली कौन है ?
उत्तर: कवि के अनुसार हमारा माली ईश्वर है, जिसके नीचे हम सब एक ही गगन के नीचे रहते हैं।

(ङ) चाँदनी किसको नहलाती है ?
उत्तर: चाँदनी हम सबको नहलाती है।




2. उत्तर लिखो (Write the answer):

(क) कवि ने उपवन के फूलों को किन कारणों से समान कहा है ?
उत्तर: कवि ने उपवन के फूलों को निम्नलिखित कारणों से समान कहा है:

उनकी धरती एक है, जिसकी मिट्टी में वे जन्मे हैं।

उन्हें एक ही धूप मिली है।

वे एक ही जल से सींचे गए हैं।

वे एक ही पवन (हवा) के झूलों में झूल-झूल कर पले हैं।

उनका सूरज और चाँद एक है।

उनका माली और गगन एक हैं।


(ख) कई रंगों के फूल उपवन की शोभा बढ़ाते हैं। उसी प्रकार भिन्न जाति-उपजातियों के लोग देश की शोभा कैसे बढ़ाते हैं ?
उत्तर: जिस प्रकार उपवन में अलग-अलग रंग और रूप के फूल अपनी अलग-अलग क्यारियों में होते हुए भी मिलकर उपवन की शोभा बढ़ाते हैं, उसी प्रकार भिन्न जाति-उपजातियों के लोग अपनी विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं के साथ एकता में बंधकर देश की सुंदरता और समृद्धि बढ़ाते हैं। यह विभिन्नता ही हमारे राष्ट्र की शक्ति है।

(ग) प्रस्तुत कविता से हमें क्या सीख मिलती है ?
उत्तर: प्रस्तुत कविता से हमें यह सीख मिलती है कि:

हम सब मनुष्य एक ही संसार रूपी उपवन के फूल हैं।

भले ही हमारे रंग-रूप, जाति और परिवेश अलग-अलग हों, लेकिन हमें एक-दूसरे से मिलकर रहना चाहिए।

मिलकर रहने में ही उपवन (संसार/देश) की शोभा है।

हमें सभी मनुष्यों को समान मानकर आपसी भाईचारे के साथ जीना चाहिए।





3. सोचो, समझो और मिलाओ (Think, understand, and match):

‘क’ खंड – ‘ख’ खंड
मिट्टी – जन्म
पवन – झूला
चाँद – चाँदनी
गुंजन – भ्रमर
उपवन – शोभा
धूप – छाँव




भाषा-अध्ययन (Language Study)

1. पुनरुक्ति शब्द (Repeated Words):

अलग-अलग: सभी क्यारियों में फूल अलग-अलग खिले हैं।

क्यारी-क्यारी: क्यारी-क्यारी में पौधों की देखभाल की गई।

रंग-रंग: मेले में रंग-रंग के खिलौने बिक रहे थे।

झूल-झूल: बच्चे रस्सी पर झूल-झूल कर खेल रहे थे।


2. शब्द-कोश के क्रम से सजाओ (Arrange words in alphabetical order):
अंतिम क्रम: उपवन, किरण, गगन, गुंजन, झूल-झूल, डर, धरती, धूप, पवन, खींचना, शोभा, सुमन।

3. पर्यायवाची शब्द (Synonyms):

धरती = धरा, पृथ्वी

सूरज = सूर्य, रवि

चाँद = चंद्र, शशि

उपवन = बाग, बगीचा


4. विपरीतार्थक शब्द (Antonyms):
धूप × छाँव
धरती × आकाश
एक × अनेक
जन्म × मृत्यु

5. ‘में’ और ‘पर’ चिह्न का प्रयोग (Use of ‘में’ and ‘पर’ case markers):

‘में’ लगाकर तीन वाक्य:
(क) मेरे बस्ते में किताबें हैं।
(ख) तालाब में पानी भरा है।
(ग) हम सब एक ही उपवन में हैं।

‘पर’ लगाकर तीन वाक्य:
(क) मेज पर लैपटॉप रखा है।
(ख) छत पर कपड़े सूख रहे हैं।
(ग) पेड़ पर चिड़िया बैठी है।

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