धैर्य का पाठ, Chapter -3, Class -6, SEBA, CBSC, NCERT solutions

धैर्य का पाठ, Chapter -3

धैर्य का पाठ, Chapter -3

अभ्यास-माला (Exercise Garland)

प्रश्न 1 और 2 –
ये कक्षा में करने वाले क्रियात्मक प्रश्न हैं, जिनके लिखित उत्तर पाठ पर आधारित नहीं हैं।
– आओ, इस कहानी को कक्षा में अपने ढंग से सुनाएँ।
– इस तरह की और जातक कथाओं का संग्रह करो और उनमें से अपनी पसंद की एक कहानी कक्षा में सुनाओ।

प्रश्न 3 – पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो –

(क) गौतम बुद्ध कहाँ जा रहे थे?
उत्तर – गौतम बुद्ध एक गाँव से दूसरे गाँव पैदल जा रहे थे।

(ख) बुद्ध ने अपने शिष्य से क्या कहा?
उत्तर – बुद्ध ने अपने शिष्य से कहा, “बहुत प्यास लगी है। कहीं से थोड़ा जल ले आओ।”

(ग) शिष्य जल लाने के लिए कहाँ गया?
उत्तर – शिष्य जल लाने के लिए पास के एक छोटे-से पोखर (तालाब) के पास गया।

(घ) पोखर का जल गंदा क्यों हो गया?
उत्तर – पोखर में एक बैल जल पी रहा था। शिष्य को देखकर बैल डर गया और जल से होता हुआ निकल भागा, जिससे जल गंदा हो गया।

(ङ) अंत में बुद्ध ने शिष्य से क्या कहा?
उत्तर – बुद्ध ने शिष्य से कहा, “इस छोटी-सी बात को तुम सदा याद रखना। इससे तुम्हें धैर्य का पाठ मिलेगा। जब भी तुम्हारा मन अशांत हो, तो उसे थोड़ा समय देना। मन की मलीनता और अशांति बैठ जाएगी। मन अपने आप शांत हो जाएगा।”

(च) बुद्ध की अनमोल बातों का शिष्य पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर – बुद्ध की अनमोल बातें सुनकर शिष्य का चित्त प्रसन्न हो गया।

प्रश्न 4 – प्रस्तुत जातक कथा से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर – इस जातक कथा से हमें धैर्य का महत्व सीखने को मिलता है। हमें यह सीख मिलती है कि जब हमारा मन अशांत या व्याकुल हो, तो हमें तुरंत प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए। जैसे पोखर का गंदा पानी शांत होने पर अपने आप निर्मल हो गया, वैसे ही मन को थोड़ा समय देने पर उसकी मलीनता और अशांति दूर होकर वह शांत हो जाता है।

प्रश्न 5 – देखो, समझो और बताओ

(क) तुम अपने विद्यालय कैसे आते-जाते हो? चित्र देखकर सही का निशान (✓) लगाओ और बताओ –
यह एक कक्षा क्रियात्मक प्रश्न है। विद्यार्थी अपने द्वारा उपयोग किए जाने वाले साधन जैसे – पैदल, साइकिल, रिक्शा आदि पर निशान लगाएगा।

(ख) तुमने इनमें से किस साधन पर टिकट खरीद कर, पैसा चुका कर और मुफ्त में सवारी की है?
उत्तर –
बस – टिकट लगेगा
रिक्शा – पैसा लगेगा
साइकिल – मुफ्त
गोदी – मुफ्त
बैलगाड़ी – मुफ्त
रेलगाड़ी – टिकट लगेगा

(ग) पुराने जमाने में लोग किन स्रोतों से जल पीते थे?
उत्तर – पुराने जमाने में लोग पोखर, नदी और झरना जैसे स्रोतों से जल पीते थे।

(घ) आजकल पोखर, नदी, झरने आदि का जल प्रदूषित होने के कारण पीने लायक नहीं माना जाता है। तुम शुद्ध पेयजल के लिए इनमें से कौन-से स्रोत का उपयोग करते हो?
उत्तर – नल, कुआँ, चापाकल।

इनके अलावा और कौन-से स्रोतों से पीने का पानी पाया जाता है, बताओ –
उत्तर – इनके अलावा शुद्ध पीने का पानी फिल्टर, बोतल बंद पानी, वाटर प्यूरीफायर और वर्षा जल संग्रह से भी प्राप्त होता है।

प्रश्न 6 – निम्नांकित प्रश्नों के दिए गए उत्तरों में से एक सही है। सही उत्तर का चयन करो –

(क) गौतम बुद्ध एक गाँव से दूसरे गाँव … जा रहे थे।
उत्तर – (अ) पैदल

(ख) शिष्य पोखर की तरफ बढ़ा तो … डरकर जल से होता हुआ निकल भागा।
उत्तर – (आ) बैल

(ग) बुद्ध ने शिष्य से कहा, … लेकर ही लौटना।
उत्तर – (आ) जल

प्रश्न 7 – वर्णों की पहचान

(क) आओ, इन वाक्यों में प, ज, ब और ग वर्ण कितनी बार आए हैं, खोजें और घेरें –
वाक्य – पोखर में एक बैल जल पी रहा था। शिष्य वहीं से जल लेने के लिए आगे बढ़ा। उसे देखकर बैल डर गया और जल से होता हुआ निकल भागा। इससे जल गंदा हो गया।

प – 3 बार
ज – 5 बार
ब – 3 बार
ग – 2 बार

(ख) आओ, पाठ में आए इन शब्दों को पढ़ें –
पोखर, बैल, बुद्ध, जल, गंदा, गाँव, गौतम

(ग) आओ, अब हम म, न, भ, य, त, र, ल वर्णों को पाठ में ढूंढ़ें और इनसे बने शब्दों को पढ़ें –

र – रथ, राजा, रानी, रेल
त – तालाब, तोता, किताब, कबूतर
य – यज्ञ, धैर्य, यह, गाय
ल – लाल, माला, गुलाल, जल
म – मछली, मलीनता, माँ, माता
भ – भालू, भाला, भारत, भोजन
न – नाव, नयन, नल, नाना

प्रश्न 8 – आओ, अब इन वर्णों में से सही वर्ण चुनकर शब्दों को पूरा करें –
वर्ण – प, ज, म, ग, न, भ, य, थ, त, ल, र, ह

ग ज – गज
न दी – नदी
म न – मन
न भ – नभ
म का – मक
प ज – पज
ज ग – जग
ज ल – जल
ह र – हर
र त – रत
त म – तम
य न – यन

प्रश्न 9 – आओ, मात्राओं को सीखें और खाली जगह भरें –

क् + आ = का
क् + इ = कि
ग् + ई = गी
क् + उ = कु
द् + ऊ = दू
क् + ऋ = कृ
द् + ए = दे
म् + ऐ = मै
म् + ओ = मो
द् + औ = दौ

प्रश्न 11 – आओ, पाठ में आए कुछ शब्दों के अर्थ जानें –

विश्राम – आराम
वृक्ष – पेड़
स्रोत – उत्स
पोखर – छोटा तालाब
थक – थकान
वापस – लौटना
गंदा – मैला
निर्मल – साफ, स्वच्छ
अनमोल – अमूल्य
चित्त – मन
गंदगी – मैल
प्रसन्न – आनंद

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