अपनों के पत्र, Chapter-8, Class-7, Hindi, SEBA, NCERT, CBSE

अपनों के पत्र, Chapter-8

अपनों के पत्र

अभ्यास-माला

पाठ से (Questions from the Chapter)

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो:



(क) गौतम और गीतांजलि कहाँ खेल रहे थे ?
उत्तर: गौतम और गीतांजलि आँगन में खेल रहे थे।

(ख) गौतम और गीतांजलि के पिता को चिट्ठी भेजने में देर क्यों हुई थी ?
उत्तर: गौतम और गीतांजलि के पिता को चिट्ठी भेजने में देर इसलिए हुई क्योंकि वे भारत-चीन सीमा पर थे, जहाँ टेलीफोन करना तो दूर, चिट्ठी भेजना भी आसान नहीं था।

(ग) भालुकपुंग में किसने राजधानी बनवाई थी ?
उत्तर: भालुकपुंग में राजा वाण के पोते भालुक ने अपनी राजधानी बनवाई थी।

(घ) गौतम और गीतांजलि के पिता कौन-सी नौकरी करते थे और उनका तबादला किस जगह पर हुआ था ?
उत्तर: गौतम और गीतांजलि के पिता भारतीय स्थल सेना में नौकरी करते थे, और उनका तबादला अरुणाचल प्रदेश में हुआ था।

2. संक्षेप में उत्तर दो:



(क) अरुणाचल के पाँच दर्शनीय स्थलों के नाम लिखो।
उत्तर: अरुणाचल प्रदेश के पाँच दर्शनीय स्थल हैं: तावाङ, बोमडिला, टिपि, भालुकपुंग और इटानगर।

(ख) टिपि की विशेषता क्या है ?
उत्तर: टिपि की विशेषता यह है कि यह आर्किडों से भरा एक अद्भुत स्थल है। यहाँ पश्चिमी कामेंग जिले में 7500 से अधिक ऑर्किडों का संग्रह वाला एक प्रसिद्ध ऑर्किड शोध केंद्र है।

(ग) अरुणाचल की संपर्क भाषा और कार्यालयीन भाषा क्या-क्या हैं ?
उत्तर: अरुणाचल प्रदेश में हिंदी संपर्क भाषा के रूप में प्रचलित है, जबकि कार्यालयीन भाषा अंग्रेज़ी है।

(घ) तावाङ शहर के बौद्ध मंदिर के बारे में संक्षिप्त जानकारी दो।
उत्तर: तावाङ शहर का बौद्ध मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। इसमें दिसंबर-जनवरी में एक बड़ा उत्सव होता है, जिसमें देश-विदेश के पर्यटक शामिल होते हैं।

3. पारिवारिक पत्र में कौन-कौन से अंग होने चाहिए, पाठ के आधार पर एक रूपरेखा बनाकर लिखो।
उत्तर: पारिवारिक पत्र में निम्नलिखित अंग होने चाहिए:



संबोधन (जैसे: पूज्य पिताजी, प्यारे गौतम और गीतांजलि)

स्थान और दिनांक (संबोधन के दाहिनी ओर लिखे जाते हैं)

अभिवादन (जैसे: सादर प्रणाम!, मेरा प्यार व आशीर्वाद लेना)

मूल कलेवर (पत्र का मुख्य विषय या सामग्री)

समापन/स्वनिर्देश (पत्र का अंत, जैसे: आपके प्यारे बेटे-बेटी)


4. पाठ के आधार पर तावाङ के बारे में पाँच वाक्य लिखो।
उत्तर: तावाङ शहर के बारे में पाँच वाक्य:



तावाङ अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है।

यहाँ का बौद्ध मंदिर लगभग 400 साल पुराना है।

तावाङ पहुँचने के लिए विश्व के दूसरे सबसे ऊँचे सिला-पास को पार करना पड़ता है।

तावाङ के बौद्ध मंदिर में दिसंबर-जनवरी महीने में एक बड़ा उत्सव होता है।

तावाङ से कुछ ही दूरी पर भारत-चीन सीमा है।





भाषा-अध्ययन (Language Study)

1. सर्वनाम (Pronoun):
संज्ञा शब्द के बार-बार प्रयोग से बचने के लिए जिस शब्द का व्यवहार होता है, उसे सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण: ‘वह’ (गीतांजलि के बदले), ‘वे’ (गौतम और राहुल के बदले), ‘यह’ (दिल्ली के बदले)।


2. सर्वनामों के साथ क्रिया-रूप (Verb Forms with Pronouns):
सर्वनामों (‘तू’, ‘तुम’, ‘आप’) के साथ आने वाले क्रिया-रूप:



खेलना: तू खेल, तुम खेलो, आप खेलिए

आना: तू आ, तुम आओ, आप आइए

पढ़ना: तू पढ़, तुम पढ़ो, आप पढ़िए


3. भविष्यत् काल (Future Tense):
जब काम आने वाले समय में होने का भाव होता है, उसे भविष्यत् काल कहते हैं।


4. खाली जगहों को भविष्यत् काल से पूरा करो:
(क) गोपाल बाजार → जाएगा।
(ख) गीतांजलि और गौतम विज्ञान प्रदर्शनी देखने → जाएँगे।
(ग) माँ भी उनलोगों के साथ → जाएगी।
(घ) यहाँ आने से ही पता → चलेगा।


5. विशेषण (Adjective):
वे शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता (गुण, संख्या, दशा, रंग आदि) बताते हैं, विशेषण कहलाते हैं।
उदाहरण:



अच्छा फल, खराब फल, कच्चे फल, पके आम (फल की विशेषता)

स्वस्थ लड़का, तेज (पढ़ाई में), ठीक (आचरण) (व्यक्ति की विशेषता)


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